- 84 Posts
- 72 Comments
अब तक क्वारा फिर रहा हो गयी उमर पचास
आयेगी बहू कहेगी मुझ से सास।।मुखड़ा।।
बात करूं जब व्याह की दौड़ के जाय विदेश
कहाँ जाय कब आयेगा देता ना संदेश
पूछ पूछ कर हारी सब से जो थे इसके खास
कब घर आयेगी बहू कहेगी मुझ से सास।।1।।
समय से जो सोता नहीं समय से ना जग पाय
समय के संग जो ना चले समय उसे खा जाय
समय चले अपनी गति गति ना उसके पास
आयेगी बहू कहेगी मुझ से सास।।2।।
बोले क्या खुद ना पता पूरा पोपट लाल
बिना विचारे बोलता बनता नया बवाल
करकस कर्ण कष्ट कारी कैसे करूं कयास
कब घर आयेगी बहू कहेगी मुझ से सास।।3।।
सोच खतम क्षमता खतम खतम हो गया जोश
ब्याह कराऊँ अब यदि मारे मौज पड़ोस
महारथी दादी कभी मैं बन पाती काश
आयेगी बहू कहेगी मुझ से सास।। ।।4।।
अब तक क्वारा फिर रहा हो गयी उमर पचास
कब घर आयेगी बहू कहेगी मुझ से सास।।
डा. अवधेश किशोर शर्मा ‘महारथी’
वृन्दावन, मथुरा (उ.प्र.)
+919319261067
Read Comments